Friday, May 27, 2016

साप्ताहिक राशिफल दिनांक 29 मई से 04 जून 2016 तक

साप्ताहिक राशिफल
दिनांक 29 मई से 04 जून 2016 तक


निम्रलिखित राशिफल वर्तमान ग्रहों के गोचर का आपकी जन्म राशि, जिसे चन्द्रराशि भी कहते हैं पर पडऩेवाले प्रभावों को दर्शाता है। आपकी जन्मपत्रिका के हिसाब से इसमें कम, ज्यादा अन्तर आने की सम्भावना हो सकती है।  - आचार्य अनुपम जौली

मेष : सप्ताह धन के लिहाज से शुभ फलदायी है। पारिवार में मांगलिक कार्यों पर व्यय हो सकता है। स्वयं के गलत निर्णय हानी का कारण बन सकती है। अत: विचार विमर्श के द्वारा ही निर्णय लें।
सूर्य को जल चढ़ायें व आदित्य हृदय स्त्रोत्र का पाठ करें।

वृषभ : इस सप्ताह आपकी उन्नत्ति के मार्ग सहज बनतें जायेगें अत: आलस्य त्यागकर कार्यों में जुट जायें। वैवाहिक जीवन में कुछ संघर्ष की स्थिति बन रही है। स्वास्थ्य सुधरेगा।
दुर्गा चालिसा का निरंतर पाठ करें।

मिथुन : इस सप्ताह धन लाभ के साथ बड़े खर्चों की स्थिति भी बन रही है। शत्रुवर्ग कष्ट पहुँचा सकता है अत: संभलकर रहें। धार्मिक कार्यों सम्बन्धि गतिविधियाँ व रूझान बढऩे के योग है।
लक्ष्मी जी की पूजा सदैव सुखदायी रहेगी।

कर्क : सप्तारम्भ में कुछ अड़चने व कष्ट की स्थिति बनी रहेगी। शेष सप्ताह शुभ लाभदायक बन रहा है। अत: महत्वपूर्ण कार्य सप्ताह मध्य से करें, सफलता मिलेगी।
शनिवार को हनुमान मंदिर में चोला चढ़ायें।

सिंह : इस सप्ताह कठिनाईयों के साथ कार्य में प्रगति के योग बन रहे हैं। शिक्षा में सफलता व उन्नत्तिदायक समय चल रहा है। माँ का स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है।
नित्यप्रति सूर्यदेव को जल अर्पित करें।

कन्या : सप्ताह मौज शौक में व्यतीत होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर है। मित्रों से आशनुकूल सहयोग न मिलने से मानसिक कष्ट संभव है। सप्ताहन्त में अनावश्यक खर्चों का योग बन रहा है।
गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ करें।

तुला : इस सप्ताह संतान व शिक्षा सम्बन्धि परेशानियों के उभरने के योग बन रहे हैं। परिवार में भी क्लेश का वातावरण बना हुआ है। व्यापारिक प्रस्ताव प्राप्त होगें। सप्ताहन्त में आर्थिक हानि के योग बन रहे है।
हनुमान चालिसा का पाठ करें।

वृश्चिक : सप्ताह की शुरूआत में मानसिक तनाव की स्थिति जरूर बन रही है, परन्तु सप्ताहन्त में उसका निराकरण भी हो जायेगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त होगें। आपका वर्चस्व बढ़ेगा।
गणेश जी को दूब चढ़ायें।

धनु : सप्ताह मिश्रित फलप्रद है। प्रेम प्रसंगों में संघर्ष की स्थिति बन रही है। शत्रुवर्ग में बढ़ोत्तरी हो रही है। धार्मिक कार्यो में अभीरूचि बढ़ेगी। यात्रा योग कष्टकर अत: यात्रा टालने में ही भलाई है।
हनुमान चालीसा का पाठ से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलेगी।

मकर : यह सप्ताह पारिवारिक परेशानियों के उभरनें से मानसिक कष्ट प्रदान करने वाला है। सामाजिक कार्यो में योगदान बढ़ेगा। नये पुराने मित्र मिलेगें। वाणी पर संयम बरतें।
शनि मंदिर में काले उड़द व काले तिल कड़वे तेल में डालकर चढ़ायें।

कुंभ : इस सप्ताह शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। नवीन कार्यों की रूपरेखा बनेगी। कार्यक्षेत्र में संघर्ष के साथ विस्तार के योग बन रहे है। बाहरी सहयोग से लाभ का मार्ग प्रशस्त होगा।
गणपति जी की उपासना आपके लिये लाभकारी सिद्ध होगी।

मीन : इस सप्ताह की शुरूआत किसी अनावश्यक बड़े खर्चे से आरम्भ जरूर होगी परन्तु लाभ की नवीन योजनाओं के प्रस्ताव भी प्राप्त होगें। स्वास्थ्य सुधरेगा। पारिवारिक मांगलिक कार्य सम्पन्न हा सकता है। नये मित्र बनेगें।
शिव चालिसा का पाठ करें।

|| ॐ तत् सत् ||

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Saturday, May 21, 2016

साप्ताहिक राशिफल दिनांक 22 मई से 28 मई 2016 तक

साप्ताहिक राशिफल

दिनांक 22 मई से 28 मई 2016 तक
निम्रलिखित राशिफल वर्तमान ग्रहों के गोचर का आपकी जन्म राशि, जिसे चन्द्रराशि भी कहते हैं पर पडऩेवाले प्रभावों को दर्शाता है। आपकी जन्मपत्रिका के हिसाब से इसमें कम, ज्यादा अन्तर आने की सम्भावना हो सकती है।                       - आचार्य अनुपम जौली

मेष : इस सप्ताह का आरम्भ कठिनाईयों से परीपूर्ण है अत: बड़े निर्णय अथवा निवेश टालने में ही भलाई है। स्वास्थ्य का पाया भी कमजोर है। महत्वपूर्ण निर्णयों में घर के बुजुर्गों का सहयोग लेना ठीक रहेगा।
सूर्य को जल चढ़ायें व आदित्य हृदय स्त्रोत्र का पाठ करें।

वृषभ : इस सप्ताह नवीन सृजनात्मक कार्यों की रूपरेखा बनेगी। सप्ताह मध्य में कार्यों के सम्पादन में देरी मानसिक चिन्ता का कारण बनेगा। पारिवारिक रिश्तों पर व्यय होगा। स्वास्थ्य सुधरेगा।
दुर्गा चालिसा का निरंतर पाठ करें।

मिथुन : सप्ताह मौज शौक में व्यतीत होगा। जीवनसाथी के सहयोग से समाजिक कार्यों में योगदान व आपका वर्चस्व बड़ेगा। खर्चों की अधिकता बनी रहेगी। धार्मिक कार्यों में रूझान बढ़ेगा।
लक्ष्मी जी की पूजा सदैव सुखदायी रहेगी।

कर्क : इस सप्ताह धन लाभ के साथ साथ कार्यक्षेत्र में अनिश्चितता का माहोल भी बना रहेगा। पारिवारिक सहयोग से लाभ का मार्ग प्रश्स्त होगा। शिक्षा व सन्तान सम्बन्धि चिन्ता बनी रहेगी।
शनिवार को हनुमान मंदिर में चोला चढ़ायें।

सिंह : इस सप्ताह मानसिक चिन्ताऐं भरपूर बनी रहेगी। सप्तारम्भ में कार्यों के सम्पादन में देरी मानसिक चिन्ता का कारण बनेगी। सप्ताहन्त में नौकरीपेशा लोगों के लिये समय लाभकारी बन रहा है।
नित्यप्रति सूर्यदेव को जल अर्पित करें।

कन्या : इस सप्ताह यात्रा व मित्रों से कष्ट सम्भव है। शिक्षा में अवरोध की स्थिति बनी हुई है। धार्मिक कार्यों में रूझान बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में बदलाव के योग बन रहे हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर है।
गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ करें।

तुला : इस सप्ताह पारिवारिक क्लेश उभरने से मानसिक क्लेश का वातावरण बन सकता है। नये पुराने मित्र मिलेगें। खानपान की लापरवाही स्वास्थ्य में हानी का कारण बनेगी।
हनुमान चालिसा का पाठ करें।

वृश्चिक : यह सप्ताह रूके कार्यों में गति प्रदाता साबित होगा। नवीन कार्यों की रूपरेखा बनेगी। व्यापारिक प्रस्ताव प्राप्त होगें। जमीन, मकान सम्बन्धि कार्यों में अड़चनों के योग बन रहे है। अपने क्रोध पर नियंत्रण रक्खें।
गणेश जी को दूब चढ़ायें।

धनु : इस सप्ताह अनावश्यक खर्चों के साथ पारिवारिक क्लेश की भी स्थिति बन रही है। सप्ताह मध्य में नवीन शुभ सूचना का संचार होगा। शत्रुओं की संख्या बढ़ रही है। धार्मिक कार्यों में रूझान बढ़ेगा।
हनुमान चालीसा का पाठ से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलेगी।

मकर : इस सप्ताह धन लाभ के नवीन अवसरों के साथ साथ बढ़े खर्चों के भी योग है। वाणी पर नियंत्रण रक्खें अन्यथा सम्बन्धों में खटास के योग बन रहें हैं। प्रेम प्रसंगों में सघर्ष के साथ सफलता के योग बन रहे हैं।
शनि मंदिर में काले उड़द व काले तिल कड़वे तेल में डालकर चढ़ायें।

कुंभ : सप्ताह करियर व लाभ की दृष्टी से संघर्ष के साथ शुभ फलदायी है। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। जमीन, मकान व वाहन सम्बन्धि योग भी बन रहे है। सप्ताहन्त में कोई अनावश्यक खर्चा हो सकता है।
गणपति जी की उपासना आपके लिये लाभकारी सिद्ध होगी।

मीन : सप्ताह उत्तरोत्तर उन्नत्तिदायक बन रहा है। आलस्य त्याग कर कार्यों में जुट जायें। कार्यक्षेत्र में विस्तार की स्थिति बन रही है। समाज में भी आपके कार्यों को सम्मान व सरहाना मिलने के योग बन रहे है।
शिव चालिसा का पाठ करें।


Saturday, May 14, 2016

साप्ताहिक राशिफल दिनांक 15 मई से 21 मई 2016 तक

साप्ताहिक राशिफल

दिनांक 15 मई से 21 मई 2016 तक
निम्रलिखित राशिफल वर्तमान ग्रहों के गोचर का आपकी जन्म राशि, जिसे चन्द्रराशि भी कहते हैं पर पडऩेवाले प्रभावों को दर्शाता है। आपकी जन्मपत्रिका के हिसाब से इसमें कम, ज्यादा अन्तर आने की सम्भावना हो सकती है। - आचार्य अनुपम जौली

मेष : इस सप्ताह कठिन समय में भी आपके कार्यों की गति सामान्य से कुछ बेहतर रहेगी। जीवनसाथी के सहयोग से लाभ का मार्ग प्रशस्त होगा। शिक्षा सम्बन्धि कार्यों में अड़चने निरन्तर बनी हुई है।
सूर्य को जल चढ़ायें व आदित्य हृदय स्त्रोत्र का पाठ करें।

वृषभ : सप्ताह की शुरूआत तो मानसिक चिन्ता, खर्चों व अड़चनों के साथ हो रही है। परन्तु सप्ताहन्त में आपका वर्चस्व व स्वास्थ्य में उन्नत्ति के योग बन रहें हैं। करियर में संघर्ष की स्थिति बन रही है।
दुर्गा चालिसा का निरंतर पाठ करें।

मिथुन : इस सप्ताह यात्रा व खर्चों के योग है। नये पुराने मित्र मिलेगें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर है। विवाह के प्रस्ताव प्राप्त होगें। सुविधओं का अभाव मानसिक चिन्ता का कारण बनेगा।
लक्ष्मी जी की पूजा सदैव सुखदायी रहेगी।

कर्क : इस सप्ताह पारिवारिक चिन्ताऐं परेशानी का कारण बनेगी। बाहरी सहयोग से कार्यक्षेत्र में उन्नत्ति के योग बन रहे है। धन लाभ के भी नवीन अवसरों का सृजन होगा। सप्ताहन्त स्वास्थ्य के लिये कष्टकर रहेगा।
शनिवार को हनुमान मंदिर में चोला चढ़ायें।

सिंह : सप्ताह परिवर्तनशील है। कार्यक्षेत्र में नवीन परिवर्तन के योग बन रहें हैं। साथ ही सामाजिक कार्यों में भी आपका योगदान बडऩे की स्थिति बन रही है। वैवाहिक जीवन में कुछ अड़चने बनी रहेगी।
नित्यप्रति सूर्यदेव को जल अर्पित करें।

कन्या : इस सप्ताह बड़े खर्चे व यात्राओं के योग बन रहे है। अपने बजट को नियंत्रित करके चलने में ही भलाई है। मित्रों से कष्ट प्राप्त हो सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर है।
गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ करें।

तुला : यह सप्ताह मिश्रित फलप्रद है। लाभ व हानि दोनों योगों की वजह से अभी जोखिम लेना ठीक नहीं। पारिवारिक क्लेश का भी वातावरण बना हुआ है। खान पान की लापरवाही स्वास्थ्य सम्बन्धि कष्ट दे सकति है।
हनुमान चालिसा का पाठ करें।

वृश्चिक : सप्तारम्भ में किये कार्यों में सफ लता प्राप्ति के योग अधिक है। नौकरी व व्यापारी वर्ग दोनों के लिये समय शुभ लाभकारी है। शत्रुओं में निरन्तर वृद्धि की स्थिति बनी हुई है।
गणेश जी को दूब चढ़ायें।

धनु : इस सप्ताह उत्तरोत्तर उन्नत्ति के योग बन रहे है। विगत में चली आ रही समस्या का हल प्राप्त होगा। प्रेम प्रसंगों में संघर्ष की स्थिति बन रही है। मित्रों से कष्ट हो सकता है अत: संभलकर चलें।
हनुमान चालीसा का पाठ से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलेगी।

मकर : सप्तारम्भ में स्वास्थ्य व धन हानि के योग बन रहें हैं। अत: शुभ कार्यों को शुरूआत में टालना ही लाभकारी रहेगा। सप्ताहन्त में कार्यों में सफ लता व प्रेम प्रसंगों में आशानुकूल परिणाम प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
शनि मंदिर में काले उड़द व काले तिल कड़वे तेल में डालकर चढ़ायें।

कुंभ : इस सप्ताह श्रम अधिक व परिणाम न्यून होने से मानसिक खिन्नता बनी रहेगी। घर के बुजुर्गों के सहयोग द्वारा किये कार्यों में प्रगति के योग बन रहे हैं। स्वास्थय का पाया कमजोर है।
गणपति जी की उपासना आपके लिये लाभकारी सिद्ध होगी।

मीन : इस सप्ताह का आरम्भ आपके वर्चस्व को बढ़ाने वाला साबित होगा। समय मौज शौक में व्यतीत होगा। सप्ताहन्त में सुविधाओं का अभाव व अड़चने कष्टकारी रहेगीं।
शिव चालिसा का पाठ करें।

Saturday, May 7, 2016

साप्ताहिक राशिफल

साप्ताहिक राशिफल


दिनांक 08 मई से 14 मई 2016 तक

निम्रलिखित राशिफल वर्तमान ग्रहों के गोचर का आपकी जन्म राशि, जिसे चन्द्रराशि भी कहते हैं पर पडऩेवाले प्रभावों को दर्शाता है। आपकी जन्मपत्रिका के हिसाब से इसमें कम, ज्यादा अन्तर आने की सम्भावना हो सकती है।                                                                                               - आचार्य अनुपम जौली

मेष : इस सप्ताह रचनात्मक व सामाजिक कार्यों में रूझान बढ़ेगा। परिवार में सामंजस्य बनाकर चलें अन्यथा हानी उठानी पड़ सकती है। शिक्षा में संघर्ष के साथ उन्नत्ति के योग बन रहे हैं।

सूर्य को जल चढ़ायें व आदित्य हृदय स्त्रोत्र का पाठ करें।

वृषभ : इस सप्ताह पारिवारिक या मांगलिक कार्यों पर खर्चों के योग बन रहे है। नवीन शुभ सूचना का संचार होगा। नये पुराने मित्र मिलेगें। यात्रा योग है। सप्ताहन्त में मानसिक चिन्ताओं से ग्रसित होने की स्थिति बन रही है।
दुर्गा चालिसा का निरंतर पाठ करें।

मिथुन : यह सप्ताह शुभ लाभकारी बना हुआ है। अत: आलस्य त्याग कर कार्यों में जुट जायें। यात्रा व खर्चों के योग बन रहे हैं। धार्मिक कार्यों में रूझान बढ़ेगा। कारोबारी प्रस्ताव प्राप्त होगें।

लक्ष्मी जी की पूजा सदैव सुखदायी रहेगी।

कर्क : सप्ताह उतार चढ़ाव पूर्ण रहेगा। धन लाभ के अवसरों के साथ साथ बड़े खर्चों के भी योग बन रहे हैं। कार्यक्षेत्र सम्बन्धित यात्रा से लाभ के योग बन रहे हैं। परन्तु शिक्षा व प्रेम प्रसंगों में आशानुकूल परिणाम प्राप्त नहीं होगें।

शनिवार को हनुमान मंदिर में चोला चढ़ायें।

सिंह : इस सप्ताह कार्यक्षेत्र की व्यस्तता भरपूर रहेगी। नये लाभकारी प्रस्ताव भी प्राप्त होगें। आपके अपने प्रयासों का फल भी आशानुकूल मिलेगा। सप्ताहन्त में खर्चों के योग बन रहे हैं।

नित्यप्रति सूर्यदेव को जल अर्पित करें।

कन्या : इस सप्ताह संघर्ष के साथ कार्यों में उन्नत्ति के योग बन रहे हैं। मित्रों या सहकर्मियों से कष्ट की संभावना है। स्व निर्णय अभी गलत साबित हो रहे है। अत: नवीन योजनओं को अभी टालने में ही भलाई है।

गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ करें।

तुला : सप्तारम्भ का समय आपके अनुकूल नही है। कार्यों में देरी व अड़चनें मानसिक कष्ट प्रदाता रहेगी। शेष सप्ताह आपके अनुकूल है। लाभकारी व्यापारिक प्रस्ताव प्राप्त होगें। वाणी पर संयम रक्खें।

हनुमान चालिसा का पाठ करें।

वृश्चिक : यह सप्ताह अत्यन्त संघर्षपूर्ण है। विरोधियों की संख्या बढऩे से मानसिक कष्ट बढ़ेगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर है। अपने व्यवहार में आ रहे क्रोध व जिद्दी स्वभाव पर नियंत्रण रक्खें।

गणेश जी को दूब चढ़ायें।

धनु : सप्तारम्भ में मिल रही सुविधाऐं सप्ताहन्त में नहीं मिलेगी। जीवनसाथी के सहयोग से लाभ का मार्ग प्रशस्त होगा। सप्ताहन्त में नवीन निवेश टालें। कष्टकर यात्रा के योग बन रहे है।

हनुमान चालीसा का पाठ से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलेगी।

मकर : इस सप्ताह शिक्षा में अवरोध व स्वास्थ्य का पाया कमजोर है। धन लाभ व व्यापारिक प्रस्ताव के नवीन अवसर प्राप्त होगें। जमीन, मकान व वाहन सम्बन्धि कार्यों में कुछ अड़चनों के बाद सफलता के योग है।

शनि मंदिर में काले उड़द व काले तिल कड़वे तेल में डालकर चढ़ायें।

कुंभ : इस सप्ताह की शुरूआत मानसिक चिन्ताओं व अवरोधों से परीपूर्ण रहेगी। परन्तु सप्ताहन्त में रूके कार्यों में तेजी तो आयेगी ही साथ सफलता भी प्राप्त होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।

गणपति जी की उपासना आपके लिये लाभकारी सिद्ध होगी।

मीन : इस सप्ताह नये पुराने मित्र मिलेगें। सामाजिक कार्यों में योगदान बढ़ेगा। पारिवारिक समस्या का समाधान मिलेगा। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन रहे है। यात्रा योग है।

शिव चालिसा का पाठ करें।

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Wednesday, May 4, 2016

राजयोग विचार



उच्चपदासीन राजयोग-
१.     यदि लग्रेश केन्द्र में हो और अपने मित्र ग्रहों से दृष्ट हो तथा लग्र में शुभग्रह हों तो जातक न्यायाधीश अथवा विधिमंत्री आदि पद प्राप्त करता है।
२.     यदि पूर्ण चन्द्र जलचर राशि के नवमांश में चतुर्थ भावस्थ हो, स्वराशिस्थ शुभग्रह लग्र में हो तथा केन्द्र में पापग्रह न हो तो ऐसा जातक राजदूत अथवा गुप्तचर विभाग में किसी उच्च पद को प्राप्त करता है।
३.     किसी ग्रह की उच्च राशि लग्र में हो, वह ग्रह यदि अपने नवांश अथवा मित्र अथवा उच्च के नवांश में केन्द्रगत शुभाग्रह से दृष्ट हो तो ऐसा जातक शासनधिकारी का पद प्राप्त करता है।

उच्चपद कारक योग
जब दो या दो से अधिक ग्रह उच्चस्थ या स्वराशिस्थ होकर परस्पर केन्द्रों में और लग्र से भी केन्द्र में हो तो कारक योग होता है जो धनी व उच्च पद का अधिकारी बनाता है। जब जन्म लग्रप ही नवमांश लग्र हो। सूर्य से द्वितीय भाव में शुभग्रह हो। कुण्डली में चारों केन्द्रों में ग्रह हो, कारक योग हो इनमें से कोई भी योग होने पर व्यक्ति धनी व उच्च पदाधिकारीयोग बन जाता है।

धनी यशस्वी राज्याधिकारी योग -
१.     लग्र से केन्द्रों में शुभग्रह षष्ठ अष्टम भाव रिक्त हों या इनमें शुभग्रह स्थित हो।
२.     लग्र और व्यय के स्वामी परस्पर केन्द्रगत मित्र ग्रहों से दृष्ट हों।
३.     लग्रेश जिस राशि में स्थित हो उस राशि का स्वामी स्वक्षेत्रीय या उच्चस्थ होकर केन्द्र में स्थित हो।
४.     मेश लग्र में मंगल दशमस्थ शनि के साथ स्थित हो, गुरु से भी दृष्ट हो।
५.     कर्क लग्र में चन्द्र कर्क में बुध सप्तम में होने पर शुभग्रह केन्द्रस्थ हो और षष्ठ व अष्टम में शुक्र गुरु उदित हों और उनके साथ धनेश सूर्य अष्टम में हों।
६.     चन्द्र लग्रेश व लग्रेश दोनों एकत्र केन्द्रस्थ होकर अधिमित्र ग्रह से दृष्ट हो तथा लग्र को बली ग्रह देखता हों।
७.     सूर्य से बुध द्वितीय से हो बुध, से चन्द्र एकादश में हो चन्द्र से गुरु नवम भावस्थ हो, तुला लग्र में सूर्य व्यय में बुध लगन में चन्द्र एकादश में और गुरु  सप्तम भावस्ाि हों।
८.     गुरु से केन्द्र में शुक्र हो और दशमेश बलवान हों।
९.     १,,,१२ भावों में ग्रह स्थित हों दशमेश बलवान हों।
१०.    किसी पुरुष का दिन में जन्म हो और लग्र चन्द्र लग्र, सूर्य लग्र तीनों विषम राशि में हों।
११.    किसी स्त्री का जन्म रात्रि में हो और तीनों लग्र में चन्द्र लग्र, सूर्य लग्र समराशि हों।
१२.    किसी स्त्री का जन्म रात्रि में हो और तीनों लग्र सम राशि में हो।
१३.    उच्चस्थ ग्रह जिस नवमांश में हो उसका स्वामी उच्च राशि का केन्द्रस्थ हो और लग्रेश बली हो।
१४.    लग्र में ३ शुभग्रह हो।
१५.    लग्र में ३ पापग्रह से दरिद्री, अपमानित रोगी चिन्तित योग बनता है।
१६.    नवमेश तथा शुक्र उच्च राशि अथवा स्वराशि में स्थित होकर केन्द्र त्रिकोण में हो।
१७.    उच्चराशिगत नवमेश, स्वराशि या मूल त्रिकोण में नवमेश लग्र से केन्द्र में हो।
१८.    जब कोई ग्रह अधिकतर लग्रों का मित्र होता हुआ पंचमस्थ या अन्य धनप्रद भावस्थ राहु केतु जिस राशि में हों उसका स्वामी हो और बलवान् हो तो लाटरी धन लाभ होता है।
१९.    जन्म लग्र या चन्द्र लग्र ६,,८ भाव में शुभग्रह हों अथवा दोनों लग्र में से किसी से ३,,१०,११ भाव में शुभग्रह हों।
२०.    सूर्य से द्वितीय भाव में चन्द्र को छोडक़र कोई ग्रह हों अथवा सूर्य से व्यय भाव में चन्द्र को छोडक़र कोई ग्रह हो अथवा सूर्य से द्वितीय और द्वादश भाव चन्द्र को छोडक़र अन्य ग्रह हों अथवा चन्द्र से द्वितीय और द्वादश में सूर्य को छोडक़र अन्य ग्रह हों।
२१.    चन्द्र से द्वितीय में सूर्य छोडक़र सूर्य ग्रह हो या सूर्य से व्यय में सूर्य को छोडक़र अन्य ग्रह हो अथवा चन्द्र से द्वितीय और द्वादश में सूर्य को छोडक़र अन्य ग्रह हो।
२२.    यदि सप्तमेश दशम भाव में उच्च राशिगत हो। अथवा दशमेश भागयेश का योग हो उपर्युक्त सभी योग धनी यशस्वी, राज्याधिकाीर आदि शुभ योग कारक है।
२२.    द्वितीय व पंचम भाव में बुध, गुरु, शुक्र स्थित हो अथवा गुरु बुध या शुक्र की राशि में स्थित हो तो श्रेष्ठ संगीतज्ञ योग बनता है।
दशमेश पंचम में बुध केन्द्र में हो, सूर्य सिंह राशि में हो तो शारदा योग बनता है अथवा चन्द्र से नवम पंचम गुरु हो और गुरु बुध से लाभ में हो।

शुक्र, गुरु तथा बुध केन्द्र में या त्रिकोण में हो अथवा यही तीन शुभग्रह धन भाव में अपने उच्च या मित्र ग्रह की राशि में हो और गुरु बलवान हो तो सरस्वती योग बनाकर व्यकित को कवि, शास्त्रज्ञ, ग्रन्थकर्ता, धनी, स्त्री, पुत्र से युक्त व राज्य सम्मानित करता है।

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